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"क्षणिकाएँ-1 / विपिन कुमार मिश्र" के अवतरणों में अंतर
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हम्में हुनकोॅ खेत काटै छियै | हम्में हुनकोॅ खेत काटै छियै | ||
आरो हुनी हमरोॅ पेट काटै छै ! | आरो हुनी हमरोॅ पेट काटै छै ! | ||
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हुनी नोट गनै छै | हुनी नोट गनै छै | ||
आरो हम्में तारा ! | आरो हम्में तारा ! | ||
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बेचारा पर चारा डालै छै । | बेचारा पर चारा डालै छै । | ||
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09:29, 26 जुलाई 2016 के समय का अवतरण
1
काटै तेॅ सब्भे छै-
हम्में हुनकोॅ खेत काटै छियै
आरो हुनी हमरोॅ पेट काटै छै !
2
हुनियो गनै छै !
आरो हम्हू गनै छियै-
हुनी नोट गनै छै
आरो हम्में तारा !
3
पानी की देखै छोॅ,
खाली की पानियें में डूबै छै ।
हुनी सुरा-सुन्दरी में डुबलोॅ छोॅत
आरो हम्में करजा में ।
4
कत्तेॅ उत्तम विचार छै-
बेचारा पर चारा डालै छै ।