भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"आँसू / निज़र सरतावी / अनिल जनविजय" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=निज़र सरतावी |अनुवादक=अनिल जनविज...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
पंक्ति 16: पंक्ति 16:
 
प्याज
 
प्याज
 
काटते हुए।  
 
काटते हुए।  
 +
 +
'''रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय'''
 
</poem>
 
</poem>

15:48, 30 अक्टूबर 2017 का अवतरण

उसकी आँखें
आँसुओं से
भर जाती हैं

पर
वह गाती रहती है

प्याज
काटते हुए।

रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय