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"पुरानी यादें-1 / मनीषा पांडेय" के अवतरणों में अंतर
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प्लास्टर झड़ी दीवार की तरह | प्लास्टर झड़ी दीवार की तरह | ||
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रहती हैं हर घड़ी आँखों के सामने | रहती हैं हर घड़ी आँखों के सामने | ||
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छत पर पुराने सीलिंग फैन की तरह | छत पर पुराने सीलिंग फैन की तरह | ||
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और घरघराती हैं पूरी रात | और घरघराती हैं पूरी रात | ||
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20:46, 26 जनवरी 2010 के समय का अवतरण
कहाँ जाती हैं
पुरानी यादें
प्लास्टर झड़ी दीवार की तरह
रहती हैं हर घड़ी आँखों के सामने
छत पर पुराने सीलिंग फैन की तरह
लटकी होती हैं
और घरघराती हैं पूरी रात