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"भजार / ककबा करैए प्रेम / निशाकर" के अवतरणों में अंतर
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17:20, 12 सितम्बर 2018 के समय का अवतरण
भजार
अहाँ चलि गेलौं
कतऽ चलि गेलौं
कोन गली-कुच्चीमे नुका गेलौं
अखने तँ खगता रहै अहाँक।
अहाँक मोनक आगि मिझायत नहि कहियो
मौसम कोने होअय
अहाँ धाराक विपरीत
सीना तानि कऽ चललहुँ।
हमहूँ धाराक विपरीत
तानबै सीना
तकरे ना मित्रता कहतै लोक।