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"आता-जाता आदमी / शुभा" के अवतरणों में अंतर

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आता-जाता आदमी
 
 
 
चिड़िया गाती है
 
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हवा पानी में घुल जाती है
 
हवा पानी में घुल जाती है

20:34, 29 मई 2009 के समय का अवतरण

चिड़िया गाती है
हवा पानी में घुल जाती है
धूप रेत में घुस जाती है

पेड़ छाया बनकर दौड़-भाग करते हैं
पानी पर काई फैलती है बड़ी शान से
टिड्डे उड़ान रोककर घास पर कूदने लगते हैं

ओछे दिल का आदमी बड़ी-बड़ी आँखें
बड़े-बड़े कान लिए आता-जाता रहता है
बिना कुछ देखे-बिना कुछ सुने