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"अहमदाबाद / अनिल जनविजय" के अवतरणों में अंतर

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इस शहर में
 
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फिर से कोई हादसा
 
फिर से कोई हादसा

13:01, 8 फ़रवरी 2011 के समय का अवतरण

इस शहर में
फिर से कोई हादसा
हुआ होगा

नहीं तो
इतना खामोश
और वीरान
क्यों पड़ा है यह

आदमी से
आदमी का
भरोसा उठ गया होगा

नहीं तो
इतना बेजुबां
और बेमज़ा
क्यों हुआ है यह

2001 में रचित