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"डर / मीठेश निर्मोही" के अवतरणों में अंतर

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14:48, 19 जनवरी 2010 के समय का अवतरण

दहशत उछालता
खुली खिड़की का डर
भीतर तक झाँकता है
बन्द करो न खिड़की
कौन तुम्हें पालता है

पर बन्द खिड़की का डर
उससे भी बढ़कर
जान लेवा
जान लेना।