गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
जद हरी करै / सांवर दइया
250 bytes added
,
16:59, 25 नवम्बर 2010
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=साँवर दइया
|संग्रह=हुवै रंग हजार / साँवर दइया
}}
[[Category:मूल राजस्थानी भाषा]]
{{KKCatKavita}}
<
poem
Poem
>बूढै बैसाख
अर
बाळणजोगै जेठ री बाथा में
अनिल जनविजय
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,705
edits