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"वे पल / रमेश रंजक" के अवतरणों में अंतर
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11:53, 24 दिसम्बर 2011 का अवतरण
वे पल
मे जल-से थमे
रमे जैसे—
बिम्ब दर्पण में रमे
वे पल
पाँव के बल खड़े थे वे
नहीं छल के बल
बो गए सारे बदन में
झुरझुरी, हलचल
गीत थे शायद अजनमे
समय पर जनमे
वे पल