गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
शिव महिमा / शिवदीन राम जोशी
1 byte removed
,
15:01, 11 अक्टूबर 2012
ऋषि मुनि संतन के, सदा शिव सहायक सत्य, गणपति से ज्ञानी और गिरिजा के प्यारे हैं |
दानी हैं दयाल हैं,दाता वे विधाता हैं,भक्तन की त्रिविधताप दुःख सकल टारे हैं |
कहता शिवदीनराम, राम नाम शिव-शिव रट,कछु नाहीं भेद वेद चार यूँ उचारे हैं |
<poem>
Kailash Pareek
514
edits