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"चोथी आळी बांचणियां नै / तेजसिंह जोधा" के अवतरणों में अंतर

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कीं लिहाज
 
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अर रह्यो-सह्यो खायगी चूंध’र खाज
 
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-चौथी ओळी बांचणियै नै
 
-चौथी ओळी बांचणियै नै
जचै ज्यूं मांडो आज ।</poem>
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जचै ज्यूं मांडो आज।
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11:39, 16 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण

कीं तो खायग्यो राज
कीं लिहाज
अर रह्यो-सह्यो खायगी चूंध’र खाज
-चौथी ओळी बांचणियै नै
जचै ज्यूं मांडो आज।