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"प्रश्नचिन्हहरू / मनप्रसाद सुब्बा" के अवतरणों में अंतर
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कान ठाडो पारेर उभिएका | कान ठाडो पारेर उभिएका |
10:40, 16 मार्च 2017 के समय का अवतरण
उत्तर सुन्नलाई
कान ठाडो पारेर उभिएका
यी प्रश्नचिन्हहरू
? ? ? ? ?
तिमीले जब्बर्जस्ती तानेर तन्काएर सीधा पार्न खोज्दैमा
सीधा हुने छैनन् ।
यिनीहरू चाहन्छन् नाङ्गो उत्तर ।
के तिमी नाङ्गिनसक्छौ सबको सामुन्ने ?
नाङ्गोपन नै पो छ के तिमीसित ?