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"ऐंसु कु चुनौ / सुन्दर नौटियाल" के अवतरणों में अंतर

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चुनौ कु टेम छ भई, चुनौउ कू टेम छा,
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ऐंसु का चुनौउ मा दिदौं मेरु बि दल बदल्यूं
नेता द्वार हमारा आयां आज यु जनता कु भैम छा ।
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पैली हाथ कु साथ थयौ अब फूल कमल खिल्यूं ।।
होटल बुक होयां छ अर खाणु बी खिलौणा छा,
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बखरा-मुरगा कटेणा यख दारू बी पिलौणा छा ।
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गळी-गल्यों मा नेता फुटणा जन बरख्याळ डांडा च्यूं,
द्वी बोतल भितर कैली, द्वी क्वाटर खीसा मा ।
+
सबु दगड़ि जनता भगणि जनु डांडि-कांठ्यों कु ह्यूं ।
तीन हाफ कखलि धैर्यां, चार बिछौणा नीसा मा ।।
+
हम बि चलाचली मा छयां हम बि होंया ह्यूं-च्यूं ।
सुलार पर टाला लग्यां, घुमणु बुलेरो गाड़ी मा,
+
ऐंसु का चुनौउ मा ......................।
सदरी पर लरका तरकी, जुआं-लीखा धाड़ी मा ।।
+
 
चिलम फेंकी कुंणेटा अर सिगरेट छ हाथ मा,
+
बरसु की तैयारी मेरी गळि गौं-गौंउ घुम्यौ मी,
अंग्रेजी दारू पियां काका, अंग्रेजी बात-बात मा ।।
+
चुड़ाकरम ब्यौ बराति कौ काज मा पौछ्यों मी ।
अपडु़ टोपलु खिसा मा धैर्यूं, पार्टी कु पैर्यूं खोपड़ी मा,
+
मैन डकारि कई योजना पर अब चोळा बदल्यूं ।।
उखडू़ की फगणै छोड़ी, कुद्णा चुनौ रोपणी मा ।।
+
ऐंसु का चुनौउ मा ......................।
आज सब रज्जा बण्यां, नेता हमारा द्वार मां,
+
 
न्यालू की कसम खाणा, दारू का ठुंगार मा ।।
+
दरवाळों तैं दारू पिलाणु गरीबु तैं खाणु खिलाणु,
ब्याळि तक लुक्यां छा जु, देरादूण बंगलौं मा,
+
कैका हाथों मा नोट रखणु रंग-रंगुका सुपिना दिखाणु ।
आज घुमणा रात दिन, गौं-गौं जंगलों-जगलों मा ।।
+
जनता पर हि खरचा कनू जुकुछ जनता सि थै कमयूं ।।
क्वै घघाड़ ढांगा छ त क्वै नया नवार छा,
+
ऐंसु का चुनौउ मा ......................।
हाथ छोड़ी फूल पकड़ी, पार्टी धारों-धार मा ।।
+
 
टिकट मिली त पार्टी अपड़ी, नी मिली त निर्दली,
+
पार्टी होयीं डांवाडोल मैं क्यों रहूँ पार्टी गैल,
भाजपा-काँग्रेस पत्ता नी छ, हव्वा कनी या चली ।।
+
मेरी अपड़ी छवि बणयीं सबि मेरा अग्वाड़ी फेल ।
जति-पाति मा अलझाणु, क्वै राड़ि ओर-पोर मा,
+
अपड़ा दम सि छ चुनौ मा मैं बि निरदली ह्वे ग्यूं ।।
क्वै क्षेत्र-पट्टी बांटणु, क्वै घुस्यूं घौर-घौर मा ।।
+
ऐंसु का चुनौउ मा ......................।
नोटबंदी नी होंदि त, नोट होंदा हाथ मा,
+
पैली हाथ कु साथ .........................।
अनपढु़ गरीब-गंवारू का वोट होंदा साथ मा ।।
+
जनता भी दलबदलू होंयी, घुमणी सबुकी रैली मा,
+
जत्ती नामांकन होणा न, तत्ती तैका गैली मा ।।
+
हाथ वाळा बि, फूल वाळा बि, निर्दली वाळा हम,
+
राजनेतौं की राजनिती मां, वोटर नी कैसी कम ।।
+
जनता छ कि नेता छा कि दुय्या छाया भैम मा,
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चुनौ कु टेम छ भई, यू चुनौउ कू टेम छा ।।
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16:45, 15 मार्च 2018 के समय का अवतरण

ऐंसु का चुनौउ मा दिदौं मेरु बि दल बदल्यूं ।
पैली हाथ कु साथ थयौ अब फूल कमल खिल्यूं ।।

गळी-गल्यों मा नेता फुटणा जन बरख्याळ डांडा च्यूं,
सबु दगड़ि जनता भगणि जनु डांडि-कांठ्यों कु ह्यूं ।
हम बि चलाचली मा छयां हम बि होंया ह्यूं-च्यूं ।
ऐंसु का चुनौउ मा ......................।

बरसु की तैयारी मेरी गळि गौं-गौंउ घुम्यौ मी,
चुड़ाकरम ब्यौ बराति कौ काज मा पौछ्यों मी ।
मैन डकारि कई योजना पर अब चोळा बदल्यूं ।।
ऐंसु का चुनौउ मा ......................।

दरवाळों तैं दारू पिलाणु गरीबु तैं खाणु खिलाणु,
कैका हाथों मा नोट रखणु रंग-रंगुका सुपिना दिखाणु ।
जनता पर हि खरचा कनू जुकुछ जनता सि थै कमयूं ।।
ऐंसु का चुनौउ मा ......................।

पार्टी होयीं डांवाडोल मैं क्यों रहूँ पार्टी गैल,
मेरी अपड़ी छवि बणयीं सबि मेरा अग्वाड़ी फेल ।
अपड़ा दम सि छ चुनौ मा मैं बि निरदली ह्वे ग्यूं ।।
ऐंसु का चुनौउ मा ......................।
पैली हाथ कु साथ .........................।