|चित्र=Khushbu-raatrani-ki-ranjana-verma-kavitakosh.jpg
|नाम=खुशबू रातरानी की
|रचनाकार=[[रंजना वर्मा]]
|प्रकाशक=साई प्रकाशन, फैज़ाबाद, उ. प्र.
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|भाषा=हिंदी
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|शैली=ग़ज़ल
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{{KKCatGhazal}}
* [[सुनो साँवरे दूर जाना नहीं / रंजना वर्मा]]
* [[सदा अनुभूति रहती है समायी हर तराने में / रंजना वर्मा]]