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"घर अकेला हो गया / मुनव्वर राना" के अवतरणों में अंतर

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* [[बहुत पानी बरसता है तो मिट्टी बैठ जाती है / मुनव्वर राना]]
 
* [[बहुत पानी बरसता है तो मिट्टी बैठ जाती है / मुनव्वर राना]]
 
* [[भरोसा मत करो साँसों की डोरी टूट जाती है / मुनव्वर राना]]
 
* [[भरोसा मत करो साँसों की डोरी टूट जाती है / मुनव्वर राना]]
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* [[हमारी ज़िन्दगी का इस तरह हर साल कटता है / मुनव्वर राना]]
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* [[घरौंदे तोड़ कर साहिल से यूँ पानी पलटता है /  मुनव्वर राना]]
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* [[समझौतों की भीड़-भाड़ में सबसे रिश्ता टूट गया /  मुनव्वर राना]]
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* [[अगर दौलत से ही सब क़द का अंदाज़ा लगाते हैं /  मुनव्वर राना]]
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* [[वो ज़ालिम मेरी हर ख़्वाहिश ये कहकर टाल जाता है / मुनव्वर राना]]
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* [[सियासी आदमी की शक्ल तो प्यारी निकलती है /  मुनव्वर राना]]
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* [[किसी भी चेहरे को देखो गुलाल होता है / मुनव्वर राना]]
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* [[नींद अपने आप दीवाने तलक तो आ गई /  मुनव्वर राना]]
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* [[कोयल बोले या गौरैया अच्छा लगता है / मुनव्वर राना]]
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* [[तितली ने गुल को चूम के दुल्हन बस्ना दिया /  मुनव्वर राना]]
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* [[ऐन ख़्वाहिश के मुताबिक़ सब उसी को मिल गया /  मुनव्वर राना]]
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* [[यह एहतेराम तो करना ज़रूर पड़ता है /  मुनव्वर राना]]
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* [[यह मत समझ कि अर्श-ए-मुअल्ला उसी का है / मुनव्वर राना]]
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* [[कहाँ रोना है मुझको दीदा-ए-पुरनम समझता है / मुनव्वर राना]]
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* [[बिछड़ा कहाँ है भाई हमारा सफ़र में है / मुनव्वर राना]]
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* [[हम सायादार पेड़ ज़माने के काम आये / मुनव्वर राना]]
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* [[जब कभी धूप की शिद्दत ने सताया मुझको / मुनव्वर राना]]
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* [[इश्क़ में राय बुज़ुर्गों से नही ली जाती / मुनव्वर राना]]
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* [[बाज़ारी पेटी कोट की सूरत हूँ इन दिनों / मुनव्वर राना]]
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* [[हमारी बेबसी देखो उन्हें हमदर्द कहते हैं / मुनव्वर राना]]
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* [[मियाँ रुसवाई दौलत के तआवुन से नहीं जाती / मुनव्वर राना]]
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* [[मुझको हर हाल में बख़्शेगा उजाला अपना / मुनव्वर राना]]
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* [[मुख़ालिफ़ सफ़ भी ख़ुश होती है लोहा मान लेती है / मुनव्वर राना]]
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* [[दामन को आँसुओं से शराबोर कर दिया / मुनव्वर राना]]
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* [[तू कभी देख तो रोते हुए आकर मुझको / मुनव्वर राना]] 
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* [[रोने में एक ख़तरा है तालाब नदी हो जाते हैं /  मुनव्वर राना]]
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* [[मर्ज़ी-ए-मौला मौला जाने / मुनव्वर राना]]
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* [[इस पेड़ में एक बार तो आ जायें समर भी / मुनव्वर राना]]
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* [[हाँ इजाज़त है अगर कोई कहानी और है / मुनव्वर राना]]
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* [[कुछ मेरी वफ़ादारी का इनआम दिया जाए / मुनव्वर राना]]
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* [[गले मिलने को आपस में दुआएँ रोज़ आती हैं / मुनव्वर राना]]

07:18, 28 सितम्बर 2008 का अवतरण

घर अकेला हो गया
Ghar akelaa ho gayaa.jpg
रचनाकार मुनव्वर राना
प्रकाशक
वर्ष
भाषा हिन्दी
विषय
विधा
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ISBN
विविध
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