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"को दुख्छ अब मलाई / सुमन पोखरेल" के अवतरणों में अंतर
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को दुख्छ अब मलाई चोट बाँचिदिन्छु | को दुख्छ अब मलाई चोट बाँचिदिन्छु | ||
− | छुँदैन अपमानले म खोट बाँचिदिन्छु | + | छुँदैन अपमानले, म खोट बाँचिदिन्छु |
सपनाको के म्याद हुन्छ र | सपनाको के म्याद हुन्छ र | ||
− | बीच मै पनि | + | बीच मै पनि ब्यूँझिदिन्छु |
− | चिथोरी कल्पनामा | + | चिथोरी कल्पनामा झस्क्याइ टाँसिदिन्छु |
− | काँडाले के घोचोस् | + | काँडाले के घोचोस्, म चस्क्याइ हाँसिदिन्छु |
सजायको हद के नै होला | सजायको हद के नै होला | ||
आरोप सबै सहिदिन्छु | आरोप सबै सहिदिन्छु | ||
− | फेरेर सबै परिभाषा | + | फेरेर सबै परिभाषा आयू ब्यूँझाइदिन्छु |
छट्पटिन्छु जीवनले म मृत्यु निदाइदिन्छु | छट्पटिन्छु जीवनले म मृत्यु निदाइदिन्छु | ||
08:11, 15 अगस्त 2020 के समय का अवतरण
को दुख्छ अब मलाई चोट बाँचिदिन्छु
छुँदैन अपमानले, म खोट बाँचिदिन्छु
सपनाको के म्याद हुन्छ र
बीच मै पनि ब्यूँझिदिन्छु
चिथोरी कल्पनामा झस्क्याइ टाँसिदिन्छु
काँडाले के घोचोस्, म चस्क्याइ हाँसिदिन्छु
सजायको हद के नै होला
आरोप सबै सहिदिन्छु
फेरेर सबै परिभाषा आयू ब्यूँझाइदिन्छु
छट्पटिन्छु जीवनले म मृत्यु निदाइदिन्छु