भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"मुलाक़ात / हैरॉल्ड पिंटर" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=हैरॉल्ड पिंटर |संग्रह= }} <Poem> यह रात का मृत समय है ...)
 
 
पंक्ति 22: पंक्ति 22:
 
पहली और आख़िरी बार
 
पहली और आख़िरी बार
  
'''अनुवादक: अनिल एकलव्य
+
'''मूल अंग्रेज़ी से अनुवाद : अनिल एकलव्य
 
</poem>
 
</poem>

19:53, 8 जनवरी 2009 के समय का अवतरण

यह रात का मृत समय है

बहुत पुराने मृत देखते हैं उस तरफ़
जहाँ से आ रहे हैं
नये मृत उनकी तरफ़

धड़कन की हल्की आवाज़ होती है
जब मृत गले मिलते हैं
उनसे जो बहुत समय से मृत हैं
और उन नये मृतों से
जो आ रहे हैं उनकी तरफ़

वे रोते हैं और चूमते हैं
जब वे मिलते हैं फिर से
पहली और आख़िरी बार

मूल अंग्रेज़ी से अनुवाद : अनिल एकलव्य