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पा-ब-गिल<ref>दलदल में फंसे फँसे हुए पाँव</ref> सब हैं रिहाई की करे तदबीर <ref>युक्ति</ref> कौनदस्तबस्तादस्त-बस्ता<ref>हाथ बांधे बाँधे हुए</ref> शहर में खोले मेरी जंज़ीर ज़ंजीर कौन
मेरे मेरा सर हाज़िर है लेकिन मेरा मुंसिफ़ <ref>न्यायाधीश</ref> देख लेकर रहा है मेरी फ़र्द-ए-जुर्म<ref>आरोप -पत्र</ref> को तहरीर कौन
आज दरवाज़ों पे दस्तक जानी -पहचानी -सी हैआज मेरे नाम लता लेता है मिरी ताज़ीर<ref>दंड</ref> कौन
कोई मकतल मक़तल<ref>वध-स्थल</ref> को गया था मुद्दतों पहले मगरहै दर-एदरे-ख़ेमा पे अब तक सूरत-एसूरते-तस्वीर कौन
मेरी चादर तो छिनी थी शाम की तन्हाई में
बेरिदाई बे-रिदाई को मिरी फिर दे गया तशहीर<ref>बदनाम करना विज्ञापन,प्रचार </ref> कौन
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