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"गारंटी / अजित कुमार" के अवतरणों में अंतर
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11:51, 2 अगस्त 2010 के समय का अवतरण
पानी जहाँ बहुत अधिक
गहरा नहीं होता,
कुछ कीड़े वहाँ
अपने ही शरीर के रसायन
-गोया कि चूने-गारे-
से रच लेते हैं अपना घर ।
वही उनका शिविर,
वही स्लीपिंग बैग,
वही सफ़री झोला
वही कवच,
वही पंख,
वही प्राण-रक्षा की गारंटी ।
लेकिन
पानी जहाँ गहरा,
बेहद गहरा हो-
दबाव के तले कोई भी दुर्ग
टिक न पाये...
वहाँ,
प्राणों की रक्षा का उपाय !
किससे पूछूँ ?