भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

गारंटी / अजित कुमार

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

पानी जहाँ बहुत अधिक
गहरा नहीं होता,
कुछ कीड़े वहाँ
अपने ही शरीर के रसायन
-गोया कि चूने-गारे-
से रच लेते हैं अपना घर ।

वही उनका शिविर,
वही स्लीपिंग बैग,
वही सफ़री झोला
वही कवच,
वही पंख,
वही प्राण-रक्षा की गारंटी ।

लेकिन
पानी जहाँ गहरा,
बेहद गहरा हो-
दबाव के तले कोई भी दुर्ग
टिक न पाये...

वहाँ,
प्राणों की रक्षा का उपाय !
किससे पूछूँ ?