भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

हमको मनकी शक्ति देना / भजन

Kavita Kosh से
सम्यक (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 20:27, 17 अप्रैल 2009 का अवतरण

यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

हमको मनकी शक्ति देना, मन विजय करें ।
दूसरोंकी जयसे पहले, खुदकी जय करें ।
हमको मनकी शक्ति देना ॥

भेदभाव अपने दिलसे, साफ कर सकें ।
दूसरोंसे भूल हो तो, माफ कर सकें ।
झूठसे बचे रहें, सचका दम भरें ।
दूसरोंकी जयसे पहले,

मुश्किलें पडें तो हमपे, इतना कर्म कर ।
साथ दें तो धर्मका, चलें तो धर्म पर ।
खुदपे हौसला रहे, सचका दम भरें ।
दूसरोंकी जयसे पहले,