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मीर तक़ी 'मीर'
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मीर तक़ी 'मीर' की रचनाएँ
मीर तक़ी 'मीर'
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जन्म | 1723 |
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निधन | 1810 |
उपनाम | मीर |
जन्म स्थान | आगरा, उत्तर प्रदेश, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
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विविध | |
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जीवन परिचय | |
मीर तक़ी 'मीर' / परिचय |
- हस्ती अपनी होबाब की सी है / मीर तक़ी 'मीर'
- फ़कीराना आए सदा कर चले / मीर तक़ी 'मीर'
- बेखुदी कहाँ ले गई हमको / मीर तक़ी 'मीर'
- अश्क आंखों में कब नहीं आता / मीर तक़ी 'मीर'
- गम रहा जब तक कि दम में दम रहा / मीर तक़ी 'मीर'
- देख तो दिल कि जाँ से उठता है / मीर तक़ी 'मीर'
- दिल-ऐ-पुर_खूँ की इक गुलाबी से/ मीर तक़ी 'मीर'
- तुम नहीं फितना-साज़ सच साहब / मीर तक़ी 'मीर'
- था मुस्तेआर हुस्न से उसके जो नूर था / मीर तक़ी 'मीर'
- इधर से अब्र उठकर जो गया है / मीर तक़ी 'मीर'
- जीते-जी कूचा-ऐ-दिलदार से जाया न गया / मीर तक़ी 'मीर'
- मुँह तका ही करे है जिस-तिस का / मीर तक़ी 'मीर'
- जो इस शोर से 'मीर' रोता रहेगा / मीर तक़ी 'मीर'
- इब्तिदा-ऐ-इश्क है रोता है क्या / मीर तक़ी 'मीर'
- पत्ता पत्ता बूटा बूटा हाल हमारा जाने है / मीर तक़ी 'मीर'
- उलटी हो गई सब तदबीरें, कुछ न दवा ने काम किया / मीर तक़ी 'मीर'
- न सोचा न समझा न सीखा न जाना / मीर तक़ी 'मीर'
- दिल की बात कही नहीं जाती, चुप के रहना ठाना है / मीर तक़ी 'मीर'
- दम-ए-सुबह बज़्म-ए-ख़ुश जहाँ शब-ए-ग़म / मीर तक़ी 'मीर'
- गुल को महबूब में क़यास किया / मीर तक़ी 'मीर'
- होती है अगर्चे कहने से यारों पराई बात / मीर तक़ी 'मीर'
- इधर से अब्र उठकर जो गया है / मीर तक़ी 'मीर'
- इस अहद में इलाही मोहब्बत को क्या हुआ / मीर तक़ी 'मीर'
- जीते-जी कूचा-ए-दिलार से जाया न गया / मीर तक़ी 'मीर'
- जो इस शोर से मीर तक़ी मीर / मीर तक़ी 'मीर'
- जो तू ही सनम हम से बेज़ार होगा / मीर तक़ी 'मीर'
- काबे में जाँबलब थे हम दूरी-ए-बुताँ से / मीर तक़ी 'मीर'