Last modified on 21 जून 2012, at 22:01

दंभ की आग ( हाइकु) /रमा द्विवेदी

Ramadwivedi (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 22:01, 21 जून 2012 का अवतरण ('१- क्या -क्या जंजाल<br> इक्कसवीं सदी में<br> सब बेहाल |<br><br> ...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

१- क्या -क्या जंजाल
इक्कसवीं सदी में
सब बेहाल |

२- दंभ की आग
जल रहा आदमी
बुझे तो कैसे?

३- जीवन -यात्रा
फूल मिलें या काँटे
फिर भी चलें|

४- शीत-लहर
प्रकृति का कहर
मौत -पैगाम |