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दंभ की आग ( हाइकु) /रमा द्विवेदी
Kavita Kosh से
१- क्या -क्या जंजाल
इक्कसवीं सदी में
सब बेहाल |
२- दंभ की आग
जल रहा आदमी
बुझे तो कैसे?
३- जीवन -यात्रा
फूल मिलें या काँटे
फिर भी चलें|
४- शीत-लहर
प्रकृति का कहर
मौत -पैगाम |