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साक्षी है / केदारनाथ अग्रवाल

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साक्षी है
फटी कमीज
कि
वह भी
फटा है
फटेहाल है
जो उसे
पहने है
गले से लटकाए
सीने से चिपकाए!

रचनाकाल: ०२-०८-१९९१