Last modified on 17 दिसम्बर 2011, at 15:59

मेरे विचार हैं दीप / अज्ञेय

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 15:59, 17 दिसम्बर 2011 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अज्ञेय |संग्रह=सुनहरे शैवाल / अज्ञ...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

मेरे विचार हैं दीप
मेरा प्यार ? वह आकाश है ।

          वे नहीं देते उसे आलोक
          वह भी स्नेह उनको नहीं देता ।
          अलग दोनों की इयत्ता है ।
          किन्तु उन की ओट ही
          गहराइयाँ उसकी झलकती हैं
          और उसके सामने ही सत्य उन का रूप
          दिखता है विशद
          सहसा अनिर्वचनीय !

मेरा प्यार ? वह आकाश है ।