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सितत्तर / प्रमोद कुमार शर्मा

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सेटलमेंट करणो जे बंद कर द्यै
आपणै समाज रा लोग
तो संवेदना रो कतल हुवणो बंद हूज्यै
सबद रा कारखाना आबाद हूज्यै
लोगां नैं हूज्यै आपरी पीढियां रो ग्यान
छंद कविता रा साथै याद हूज्यै।