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अल्अ़तश / अली सरदार जाफ़री
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अल्अ़तश<ref>हाय पानी,हाय प्यास</ref>
अल्अ़तश, अल्अ़तश,अल्अ़तश
हमनफ़स<ref>मित्र</ref> गर्म लू, हमक़दम ख़ारो ख़स<ref>काँट और सूखी घास</ref>
ज़ेर-ए-पा बिजलियाँ, आँधियाँ पेश-ओ-पस
सारबाँ<ref>ऊँटवाला</ref> और कुछ तेज़ बाँगे-ज़रस<ref>उस घंटे की आवाज़ जो क़ाफ़िले के साथ होता है</ref>
अल्अ़तश
अल्अ़तश
अल्अ़तश
रहगुज़र, रहगुज़र, कारवाँ, कारवाँ
प्यास की सरज़मीं, प्यास का आसमाँ
ख़्वाब-दर-ख़्वाब रक़साँ है जूए-रवाँ
सारबाँ और कुछ तेज़ बाँगे-ज़रस
अल्अ़तश
अल्अ़तश
अल्अ़तश
महमिलों में ये सब बे-रिदा कौन है
पा-ब-ज़ंज़ीर ये बे-नवा कौन हैं
ये शहीदाने-राहे वफ़ा कौन हैं
सारबाँ और कुछ तेज़ बाँगे-जरस
अल्अ़तश
अल्अ़तश
अल्अ़तश
शब्दार्थ
<references/>