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पिल्लू / रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’

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जब तुम थे प्यारे से बच्चे,
मुझको लगते कितने अच्छे ।
 
मैं गोदी में तुम्हें खिलाता,
ब्रेड डालकर दूध पिलाता,

दस वर्षों तक साथ निभाया,