फूल
चुनते हैं
बेझिझक
लोग जो खाद नहीं देते
पेड़ों को,
दूसरों पर जीते,
आदमी की शक्ल में
चीते हैं।
रचनाकाल: २०-०२-१९७५
फूल
चुनते हैं
बेझिझक
लोग जो खाद नहीं देते
पेड़ों को,
दूसरों पर जीते,
आदमी की शक्ल में
चीते हैं।
रचनाकाल: २०-०२-१९७५