Last modified on 9 जुलाई 2007, at 15:28

घटना / त्रिलोचन


जिसे मैंने खोजा, पल पल सँवारा स्मरण से,

उसे देखा आँखों, तन मन बिसारे विकल हो,

किसी के पीछे है. सकल घटना भर्तृहरि की

लिखी देखी आगे. अगम तम में भी सुगम था .