हरिवंशराय बच्चन की कविताएं
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- मधुबाला
- नीड का निर्माण
- पतझड़ की शाम
- राष्ट्रिय ध्वज
- साजन आए, सावन आया
- प्रतीक्षा
- चल मरदाने
- आदर्श प्रेम
- आज फिर से
- आत्मदीप
- आज़ादी का गीत
- अंधेरे का दीपक
- बहुत दिनों पर
- दिन जल्दी जल्दी ढलता है
- एकांत संगीत
- ड्राइंग रूम में मरता हुआ गुलाब
- इस पार उस पार
- जाओ कल्पित साथी मन के
- जीवन की आपाधापी में
- जो बीत गई सो बात गयी
- कवि की वासना
- किस कर में यह वीणा धर दूँ
- कोई गाता मैं सो जाता
- साथी, सब कुछ सहना होगा
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- जुगनू
- कहते हैं तारे गाते हैं
- कैसे भेंट तुम्हारी ले लूँ
- कोई पार नदी के गाता
- क्या भूलूं क्या याद करूँ मैं
- लो दिन बीता लो रात गयी
- मेरा संबल
- मुझसे चांद कहा करता है
- पथ की पहचान
- साथी साथ ना देगा दुख भी
- यात्रा और यात्री
- युग की उदासी
- आज मुझसे बोल बादल
- क्या है मेरी बारी में
- क्या करूं संवेदना लेकर तुम्हारी
- लहर सागर का श्रृंगार नहीं
- नव वर्ष
- पपीहे की रटन
- साथी सो ना कर कुछ बात
- तब रोक ना पाया मैं आंसू
- त्राहि त्राहि कर उठता जीवन
- तुम गा दो मेरा गान अमर हो जाये
- तुम तूफ़ान समझ पाओगे
- आज तुम मेरे लिये हो
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