प्यार दिल में है अगर प्यार से दो बात भी हो
यों न उमड़ा करें बादल, कभी बरसात भी हो
उनसे परदा है जिन्हें दिल की बात कहनी है
कुछ हो ऐसा कि ये परदा भी रहे, बात भी हो
फिर कहाँ होंगी ये रातें, ये शोखियाँ दिल की!
क्या कहेंगे उन्हें फिर, जो मुलाक़ात भी हो!
कौन रखता यहाँ प्यार के वादों का हिसाब!
आप नाहक हैं परेशान, कोई बात भी हो!
यों तो खुशबू का खजाना है पँखुरियों में, गुलाब!
क्या पता इसमें तेरे प्यार की सौगात भी हो