निश्तर ख़ानक़ाही
जन्म | 1930 |
---|---|
जन्म स्थान | बिजनौर, उत्तर प्रदेश, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
पाँच ग़ज़ल-संग्रह | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
निश्तर ख़ानक़ाही / परिचय |
<sort order="asc" class="ul">
- धड़का था दिल कि प्यार का मौसम गुज़र गया / नश्तर ख़ानकाही
- आप अपनी आग के शोलों में जल जाते थे लोग / निश्तर ख़ानक़ाही
- क्यों बयाबाँ बयाबाँ भटकता फिरा / नश्तर ख़ानकाही
- क्यों बयाबाँ बयाबाँ भटकता फिरा / नश्तर ख़ानकाही
- तेज़ रौ पानी की तीख़ी धार पर चलते हुए / नश्तर ख़ानकाही
- न मिल सका कहीं ढूँढ़े से भी निशान मेरा / नश्तर ख़ानकाही
- अनजाने हादसात का खटका लगा रहा / निश्तर ख़ानक़ाही
- सौ बार लौह-ए-दिल से मिटाया गया मुझे / निश्तर ख़ानक़ाही
- संदल के सर्द जंगल से आ-आ के थक गई हवा / नश्तर ख़ानकाही
- एक पल ताअल्लुक का वो भी सानेहा जैसा / नश्तर ख़ानकाही
- अपने ही खेत की मट्टी से जुदा हूँ मैं तो / निश्तर ख़ानक़ाही
</sort>