Last modified on 11 जुलाई 2012, at 18:26

सदस्य:Adiya

Adiya (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 18:26, 11 जुलाई 2012 का अवतरण ('जी चाहता है नन्ही चिड़िया बनूँ पंख फैला कर आसमान मै...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

जी चाहता है नन्ही चिड़िया बनूँ

पंख फैला कर आसमान मैं दूर तक उडूं ...


ले चलूँ सब साथी संगी संग अपने

और हो आँखों में ढेर से सपने


सपने वो जो पूरे करें मिलजुलकर सारे

पहुंचे वहां जहाँ हो ढेर से तारे


प्रेम और विश्वास की डोर से बंधकर

लायें साथ अपने कुछ उमीदें बुनकर


नन्ही चिड़िया बनकर छूलूं आसमान

पूरे करलूं छोटे बड़े सब अपने अरमान


जी यही चाहता है हरदम ...