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चेतावनी / हरिवंशराय बच्चन

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भारत की यह परम्परा है--
जब नारी के बालों को खींचा जाता है,
धर्मराज का सिंहासन डोला करता है,
क्रुद्ध भीम की भुजा फड़कती,
वज्रघोष मणिपुष्पक औ'सुघोष करते है,
गांडीव की प्रत्यंचा तड़पा करती है;
कहने का तात्पर्य
महाभारत होता है,
अगर कभी झूठी ममता,
दुर्बलता,किंकर्तव्यविमूढ़ता
व्यापा करती,
स्वयं कृष्ण भगवान प्रकट हो
असंदिग्ध औ'स्वतः सिद्धा
स्वर में कहते,
'युध्यस्व भारत.'
भारत की यह परम्परा है--
जब नारी के बालों को खींचा जाता है,
एक महाभारत होता है.

तूने भारत को केवल
रेखांश और अक्षांश जाल में
बद्ध चित्रपट समझ लिया है,
जिसकी कुछ शीर्षस्थ लकीरें,
जब तू चाहे घटा-मिटाकर
अपने नक्शे में दिखला ले ?