आपका जन्म 12 फरवरी, 1950 को मॉरीशस के त्रिओले गांव में हुआ । सन् 1971 से 78 तक हिंदी-शिक्षण से जुड़े रहने के पश्चात् आप उच्च शिक्षा हेतु भारत आ गए । दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज से हिंदी में बी.ए.(ऑनर्स) करने के बाद 1981 से 2001 तक त्रिओले के लेडी सुशील स्टैट सैकंडरी स्कूल (एस.एस.एस) में शिक्षा - अधिकारी के पद पर कार्यरत थे ।
2002 की शुरूआत से रिव्येर जी रॉपार के रामसुन्दर प्रयाग एस.एस.एस. में आप की बदली हुई । फिर अवकाश प्राप्त होने तक आप मापू गांव के वी.रामलाला एस.एस.एस . में कार्यरत रहे । 1992-93 में पी.जी.सी.ई में विशेष योग्यता के (डिस्टिंकशन) के साथ उत्तीर्ण ।
कहानी-लेखन की ओर आपका विशेष रुझान । कविता में भी गहरी अभिरुचि । `चाहे-अनचाहे' शीर्षक से प्रकाशित आपके प्रथम कहानी-संग्रह के पश्चात् `आक्रोश' कविता-संग्रह का प्रकाशन । `अंगूर खट्टे हैं' आपका लघुकथा-संग्रह और `जाने-अनजाने' आपका दूसरा कहानी-संग्रह और चौथी कृति ।