Last modified on 27 अप्रैल 2013, at 08:34

एक लम्हा / पवन कुमार

Mani Gupta (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 08:34, 27 अप्रैल 2013 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

सिर्फ इक लम्हा
गुज़ारा था तेरे साथ कभी
और इक उम्र
भरी पूरी उम्र
कट गई
सिर्फ उसी लम्हे की
यादों के सहारे
ऐ दोस्त
काश!
और इक उम्र
तेरे साथ गुज’रने पाती।