Last modified on 21 सितम्बर 2013, at 13:09

पितर नेवतौनी / भोजपुरी

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:09, 21 सितम्बर 2013 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

ये सरगऽ में बसेले बर्हम बाबाऽ, उन्हउ के नेवतबि।
ये सरगऽ में बसेले महादेव बाबाऽ, उन्हउ के नेवतबि।

इसी तरह ठाकुर बाबा, सुरुज, खिरलिच, काली, दुर्गा, चन्द्रमा, अछैबट सभी देवता एवं उनकी पत्नी देवी का और सभी कीड़ों-मकोड़ों का भी आवाहन किया जाता है।

दुआरी छेंकौनी गीत
छोड़ीं-छोड़ीं सखी सबे रोकल दुआर हे
मोर दुलहा बाड़े लड़िका नादान हे।
अहिरा के जात हंउअन बोली पतिशाह हे
कइसे में छोड़ीं सखी रोकल दुआर हे
तोर दुलहा बाड़े सखी लड़िका नादान हे।

दुल्हे का उत्तर
अहिरा के जात हईं बोली पतिशाह रे
काहे के बाबा तोर गइले पूजन रे।
काहे के भइया तोर गइले बोलावे रे।