उसने मांगा मुझसे उधार....भरोसा
लगा, लौटाएगा या नहीं
अपने सम्बन्धियों से मैंने मांगा...विश्वास
बदले में मिलता रहा बहाना
अब कुछ-कुछ समझने लगी हूं
किससे कितना और
क्या-क्या है छुपाना।
उसने मांगा मुझसे उधार....भरोसा
लगा, लौटाएगा या नहीं
अपने सम्बन्धियों से मैंने मांगा...विश्वास
बदले में मिलता रहा बहाना
अब कुछ-कुछ समझने लगी हूं
किससे कितना और
क्या-क्या है छुपाना।