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बेटियां-2 / सुधा उपाध्याय

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बेटियां
होती हैं आँख की रौशनी
दाल में हल्दी
सब्जी में नमक
माँ के प्रसव की पनियल दमक
पिता की आँख का मोती
चुन्धियाने लगती हैं
अडोस पड़ोस की आँखें
घर छोड़ कर जातीं हैं जब
पिता को दे जाती हैं मोतियाबिंद
माँ को रतौंधी