एक-एक जाम पियें
कोलाहल का, आओ!
स्वाद बहुत तीखा है
किंतु इसे पीकर हम
मस्ती में डूब जायँगे
बैठी है जो मन की हलचल सागर-तीरे
वह भीतर खींच लायँगे
एक-एक जाम पियें
इस हलचल का, आओ!
एक-एक जाम पियें
कोलाहल का, आओ!
स्वाद बहुत तीखा है
किंतु इसे पीकर हम
मस्ती में डूब जायँगे
बैठी है जो मन की हलचल सागर-तीरे
वह भीतर खींच लायँगे
एक-एक जाम पियें
इस हलचल का, आओ!