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बादल: तीन / प्रताप सहगल

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फेनिल तेज़ तरंगें
गहरें सागर की एक दूजे के
कन्धों पर चढ़कर
चली आ रही
चरण चूमने
ऐसा बिम्ब बनाते बादल
कौन दिशा को
चले जा रहे?
बोलो, बादल !