Last modified on 15 अक्टूबर 2013, at 12:52

कबन्ध / अर्जुनदेव चारण

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:52, 15 अक्टूबर 2013 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

उणरै आंखिया होवै
हियै मांय
माथौ नीं होवै
बाढ देवां उणनै
हथळेवौ जोड़ती बेळा
वा लड़ती रैवै
आखी जूंण
एक जुध
पण उणनै
कोई
कबन्ध नीं कैवै