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शिक्षा / शशि सहगल

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बचपन से आज तक पढ़ा है
प्रेम का पाठ
मैत्री का पाठ
विश्व-बंधुत्व का पाठ
पर अभी भी अस्पष्ट है मुझे
प्रेम का सही अर्थ
मैत्री का सार्थक संदर्भ
और
विश्व-बंधुत्व का उदार आयाम।
आज
इन बडे़-बड़े शब्दों ने
अन्तर्राष्ट्रीय समझौतों ने
प्रेम को पूरा दिया है-'ज़रूरत' से
मैत्री का पर्याय है 'समझौता'
और विश्व-बंधुत्व
विदेशों में घूमने का साधन।