थारै मिंदरियै पूरीजतौ
संख
म्हारै घर-आंगणियै बाजतौ
कांसी-थाळ।
थारै अर
म्हारै
आपै रा
ऐहलांण।
आपां सूं ई तौ है
औ नाद
गूंजतौ आखै
आभै
क्यूं म्हारा देव?
थारै मिंदरियै पूरीजतौ
संख
म्हारै घर-आंगणियै बाजतौ
कांसी-थाळ।
थारै अर
म्हारै
आपै रा
ऐहलांण।
आपां सूं ई तौ है
औ नाद
गूंजतौ आखै
आभै
क्यूं म्हारा देव?