Last modified on 18 अक्टूबर 2013, at 20:58

प्रीत-15 / विनोद स्वामी

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 20:58, 18 अक्टूबर 2013 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

जिंयां-जियां तूं जादा चांवती
पाणी रा घड़ा ल्यांवती,
घडि़यो
भरतो-रीततो
आ ई बात बतांवतो
पाणी नै रोज।