Last modified on 18 अक्टूबर 2013, at 21:00

प्रीत-16 / विनोद स्वामी

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 21:00, 18 अक्टूबर 2013 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

तोतै रा खायोड़ा बेरिया मीठा होवै
आ कैय’र तूं
म्हारै साम्हीं
आपरी मुट्ठी खोल दी
पण म्हैं जाणूं
फगत तोतै रा खायोड़ा ई
मीठा कोनी होवै
बेरिया,
तेरा चुगेड़ा भी।