Last modified on 5 दिसम्बर 2013, at 13:55

श्रीराधामाधव! कर हमपर सहज कृपावर्षां भगवान / हनुमानप्रसाद पोद्दार

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:55, 5 दिसम्बर 2013 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=हनुमानप्रसाद पोद्दार |अनुवादक= |स...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

श्रीराधामाधव! कर हमपर सहज कृपावर्षां भगवान-
ठुकरा सकें सभी भोगोंको जिससे, दें यह शुभ वरदान॥
सहज त्याग दें लोक और परलोकोंके हम सारे भोग।
लुभा सकें न दिव्य लोकोंके भोग, मोक्षका शुचि संयोग॥
बने रहें हम रज-निकुजकी क्षुद्र मजरीं सेवारूप।
सखी दासियोंकी दासी अतिशय नगण्य, अति दीन अनूप॥
पड़ती रहे सदा हमपर उन सखि-मजरियोंकी पद-धूल।
करती रहे कृतार्थ, बनाती रहे हमें सेवा-‌अनुकूल॥