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शान्ति पाठ / मन्त्रेश्वर झा

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अहाँक पड़ोसीक बेटाके भऽ गेलनि अपहरण
लाखो रुपैया मंगैत छनि अपहरणकर्ता
कतऽ सँ देथिन बेचारे
दैयो देथिन मांगि-चांगि के
तऽ की खेता अपने सभ?
की करबैक भाइ
आबि गेलैकए कलियुग
कलियुग मे तऽ होइत छैक एहिना
ऊँ शान्तिः शान्तिः शान्तिः

.........

अरे की भेल हमर भाइ
अहाँक नोकरी कऽ देलक समाप्त
दस साल सँ करैत रही ई नोकरी
दोसर नोकरी के छोड़िके
आयल रही एहि नोकरी मे अहाँ
मुदा करबैक की भाइ
सरकारक नीतिये छैक वैह
आखिर छिऐक तऽ प्रजातंत्र ने
न्याय प्रक्रिया बदलि गेल छैक आब
काल होइत छैक सभसँ प्रवल
ओकरा पर ककर चलैत छैक भाइ
किछु नहि फरैये तऽ
चल जाउ पंजाब
आ कि भागि जाउ परदेश
ऊँ शान्तिः शान्तिः शान्तिः

.........

एना मुँह किए लटकौने छी भाइ
की भऽ गेल?
पड़ि गेल सूखा, आबि गेल बाढ़ि
टूटि गेल बान्ह
की करबैक भाइ
प्रकृतिक लीला होइत छैक एहिना
एहि पर ककर चलैत छैक बस
मोन नहि छोट करू भाइ
किछु सोचू, किछु विचारू
ऊँ शान्तिः शान्तिः शान्तिः

.........

बजरि गेलैए कतहु खूनी संघर्ष
भऽ गेलैए हत्या पर हत्या
ककरो पर वलात्कार
पकड़ि के लऽ गेलैए पुलिस
ककरो अनेरे
अपराधी केँ लोक पहिरा रहल छैक माला
करैत जयजयकार
की करबैक भाइ
अदृष्ट मे जकरा जे लिखल
रहैत छैक
होइत छैक सैह
सुकुर करू जे एखन धरि
अहाँ नहि गेलहुँ जेल
छन्य छी अहाँ भाइ
धन्य अहाँक मार्ग
ऊँ शान्तिः शान्तिः शान्तिः

.........

आ अहाँ किएक एते
गुमसुम, उदास छी भाइ
की भेलैक जों
सरकारी अस्पताल मे
अमाशयक इलाज मे
कऽ देलक डकदरबा
बड़का आपरेशन,
बिका गेल डीह,
खाइत रहलहुँ टाइफाइड
मलेरिया आ टीबीक गोली
भऽ तऽ गेलहुँ ने कोनहुना ठीक
चलबा फिरबा जोग
आब जे भेलैक से भेलैक
हमर भाइ,
अहाँ तऽ छी पंडित, ज्ञानी
करैत रहू भागवत पाठ
सहस्त्र गायत्री जप,
शालिग्रामक पूजा,
सैह तऽ रहथिन कहने
हिमालयक सँ परुकाँ कि तेसराँ
जखन आयल रहथिन
जटाजूटधारी चुप्पा बाबा

.........

ऊँ शान्तिः शान्तिः शान्तिः
ऊँ शान्तिः शान्तिः शान्तिः